द न्यूज गली, नोएडा : दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) की परीक्षा में धोखाधड़ी का प्रयास करते हुए दो युवकों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपी मूल रूप से बागपत के लोहारी गांव निवासी ने एक योजनाबद्ध तरीके से परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर दोस्त को पास कराने की साज़िश रची थी, लेकिन सतर्क पर्यवेक्षकों ने समय रहते उनकी चालाकी पकड़ ली।
घटना सोमवार को सेक्टर-62 स्थित आईओएन डिजिटल जोन परीक्षा केंद्र की है, जहां लाइब्रेरियन पद के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा की तीसरी पाली में पहुंचे दो परीक्षार्थियों की जानकारी जब मिलान की गई, तो पर्यवेक्षकों को दोनों के हस्ताक्षर एक जैसे लगे। जांच में पाया गया कि दोनों ने आवेदन में पिता का नाम और निवास स्थान एक ही दर्ज किया था, जिससे उनके रोल नंबर भी पास-पास आए।
कड़ी पूछताछ में हुआ खुलासा
कक्ष निरीक्षक विजय कुमार रावत और वरिष्ठ सहायक निरीक्षक नितिन यादव ने संदिग्धता जताते हुए मामले की जानकारी केंद्र प्रभारी गुरुदत्त को दी। कड़ी पूछताछ में दोनों युवकों ने स्वीकार कर लिया कि उन्होंने परीक्षा में धोखाधड़ी की योजना बनाई थी। असल में, राहुल कुमार नामक युवक ने अपने दोस्त नितिन कुमार को पास कराने के लिए उसके नाम से आवेदन किया था। राहुल सामान्य अध्ययन विषय में सक्षम था, जबकि नितिन इस विषय में कमजोर था। योजना के तहत दोनों ने एक ही पते से, एक जैसे विवरण के साथ आवेदन भरे थे, लेकिन अलग-अलग फोटो लगाए थे।
केंद्र प्रभारी की शिकायत पर सेक्टर-58 थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों—राहुल कुमार और नितिन कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य संभावित लोगों की तलाश कर रही है।
