-प्रोजेक्‍ट से फसलों की पैदावार में होगी बढ़ोत्‍तरी
-लोगों के द्वारा पसंद किया जा रहा छात्र का प्रोजेक्‍ट

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: भारत कृषि प्रधान देश है। किसानों की खुशहाली का सपना लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान नारे के साथ संजोया था। इसे ध्‍यान में रखते हुए बुलंदशहर के किसान परिवार से ताल्‍लुक रखने वाले और जीएल बजाज कॉलेज से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र केशव पाल सिंह ने कृषि क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी और स्मार्ट सेंसर का इस्तेमाल कर एक नई क्रांति की शुरुआत की है। जिसके प्रयोग से किसानों को फसलों के उत्‍पादन में लाभ होगा। छात्र ने अपना प्रोजेक्‍ट भारत शिक्षा एक्सपो में प्रदर्शित किया है। यह एक्सपो देशभर के उभरते इनोवेशन को एक मंच दे रहा है। छात्र के प्रोजेक्‍ट को लोगों के द्वारा सराहा जा रहा है।

किसानों को होगा फायदा
केशव द्वारा विकसित तकनीकों में आईओटी आधारित मिट्टी की निगरानी प्रणाली, स्वचालित सिंचाई समाधान और एआई आधारित फसल स्वास्थ्य विश्लेषण प्रमुख हैं। इन तकनीकों से न केवल फसलों की पैदावार में बढ़ोतरी होगी, बल्कि उत्पादन लागत भी घटेगी। जिससे खेती अधिक टिकाऊ और लाभकारी बन सकेगी। केशव के मार्गदर्शक डाक्‍टर बिश्वजीत कुमार पांडे ने कहा कि युवाओं द्वारा विकसित की जा रही एग्रीटेक तकनीकें भारत में किसानों के जीवन को पूरी तरह बदलने की क्षमता रखती है। संस्थान के Dean Strategy डाक्‍टर शशांक अवस्थी ने कहा कि वेदों में कहा गया है कि कृषि केवल एक पेशा नहीं, बल्कि हमारी ताकत और साथी है। केशव की यह पहल इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे तकनीक के माध्यम से हम देश के सबसे महत्वपूर्ण वर्ग किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।