-देशी शराब की एक दुकान के लिए लोगों ने खेला था दांव
-सरकार को मिला 1,12,45000 रुपए का राजस्व
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: सरकारी टीचर की नासमझी से जहां एक तरफ 199 लोगों को जोर का झटका लगा वहीं दूसरी तरफ राजस्व के रूप में सरकार की झोली भर गई। सरकार को 1,12,45000 रुपये मिल गए। शराब की देशी दुकान के लिए 199 लोगों ने दांव खेला था। जिसमें एक-एक व्यक्ति ने 65-65 हजार रुपये का दांव खेला था। बृहस्पतिवार को बाजी सिर्फ एक व्यक्ति के हाथ लगी। अन्य को निराशा का सामना करना पड़ा। जानकारी के बाद दांव खेलने वाले लोग सरकारी टीचर को ही कोस रहे हैं।
यह दिखाई नासमझी
जिले में शराब की 501 दुकानों का आवंटन 6 मार्च को हुआ था। नियम के तहत कोई भी सरकारी कर्मचारी दुकान आवंटन के लिए आवेदन नहीं कर सकता था। अपनी पहचान छिपाकर एक सरकारी टीचर ने चिटहेरा गांव में देशी शराब की दुकान के लिए फार्म भर दिया था। इत्तफाक से लॉटरी में दुकान टीचर के नाम ही आवंटित हो गई। जानकारी के बाद टीचर ने दुकान की वार्षिक फीस जमा नहीं की। इस कारण उसका आवंटन निरस्त हो गया। आवंटन की पहली प्रक्रिया में दुकान के लिए 16 लोगों ने ही फार्म भरा था। आवंटन की दूसरी प्रक्रिया में 173 लोगों ने फार्म भरा था, जिससे सरकार को लगभग 1 करोड़ 10 लाख रुपये का राजस्व मिला।
