द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने में कुछ ही महीने बाकी है। लेकिन यमुना प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में होटल उद्योग ने उम्मीद के मुताबिक रुचि नहीं दिखाई है। प्राधिकरण द्वारा होटल भूखंड योजना के तहत अब तक मात्र दो भूखंडों के लिए ही आवेदन प्राप्त हुए है। ऐसे में रोल ओवर नीति के तहत आवेदन की समय सीमा को बढ़ाकर 24 जनवरी कर दिया गया है। प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि यह योजना 24 जनवरी को समाप्त हो जाएगी। जिन भूखंडों के लिए न्यूनतम तीन आवेदन प्राप्त होंगे, उनका आवंटन बोली के आधार पर किया जाएगा।
तीसरे प्रयास में भी सफलता नहीं
यमुना प्राधिकरण की होटल भूखंड योजना का यह तीसरा प्रयास है। पहले प्रयास में होटल संचालन का अनुभव, कमरों की संख्या आदि शर्तों के कारण कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ। दूसरे प्रयास में दो भूखंडों का आवंटन किया गया, लेकिन शर्तें पूरी न होने के कारण आवंटन रद्द करना पड़ा। तीसरे प्रयास में 12 भूखंडों की योजना लाई गई है, जिसमें केवल दो भूखंडों पर न्यूनतम तीन आवेदन की शर्त पूरी हुई है। शेष 10 भूखंडों के लिए प्राधिकरण ने आवेदन की समय सीमा बढ़ाकर उद्योग को दूसरा मौका दिया है।
एयरपोर्ट से बढ़ी थी होटल भूखंड की मांग की उम्मीद
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कारण यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में होटल उद्योग की रुचि बढ़ने की उम्मीद थी। इसी को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण ने भूखंड योजना निकाली थी। हालांकि, होटल उद्योग ने इस योजना में अधिक रुचि नहीं दिखाई। विशेषज्ञों का मानना है कि प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक और आवासीय गतिविधियां अभी धीमी है, जिसके चलते होटल उद्योग निवेश के लिए तैयार नहीं हो रहा है।