द न्यूज़ गली, ग्रेटर नोएडा : कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में नार्को कोर्डिनेशन सेंटर (NCORD) के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में नशा मुक्ति को लेकर रणनीतियों पर चर्चा की गई और विभिन्न विभागों को इससे संबंधित निर्देश दिए गए।
युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाना जरूरी
जिलाधिकारी ने कहा कि युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाना हम सभी की सामाजिक जिम्मेदारी है। नशे के आदी व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका डाटा तैयार किया जाएगा, ताकि उन्हें उचित काउंसलिंग और पुनर्वास सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। साथ ही, ड्रंक एंड ड्राइव जैसी घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिए गए।
100 मीटर का होगा दायरा
उन्होंने विशेष रूप से चेतावनी दी कि 21 वर्ष से कम आयु के युवाओं को शराब परोसने या बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम मेधा रूपम ने कहा कि किसी भी स्कूल, कॉलेज या अन्य शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में सिगरेट, गुटखा या अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि ऐसी दुकानें पाई जाती हैं तो उन्हें तत्काल हटाया जाए और संबंधित विक्रेताओं के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए।
मदिरा की दुकानों और बार में भी 21 साल से कम उम्र के युवाओं का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। यदि नियमों का उल्लंघन पाया गया तो संबंधित बार या दुकान का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही, अवैध रूप से बिना लाइसेंस चल रहे बार और दुकानों पर भी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
डीएम ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए ताकि युवा पीढ़ी नशे की लत से बच सके और एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।
