-खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करने के लिए लोगों ने जताया आभार
-अस्पताल ने मरीज से संपर्क कर खाते में भेजा बिना जांच वसूला गया पैसा
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: यथार्थ अस्पताल प्रबंधन ने बिना जांच किए ही मरीज से लगभग 23 हजार रुपए अवैध रूप से वसूल लिए थे। पीडि़त के साथ अस्पताल जाकर लोगों ने विरोध दर्ज कराया था। मामले में अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गलती को स्वीकार किया था। मरीज के साथ यथार्थ अस्पताल में हुए फर्जीवाड़े की खबर को द न्यूज गली ने प्रमुखता के साथ चलाया था। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और मरीज से संपर्क कर फर्जी रूप से वसूला गया पूरा पैसा ऑनलाइन उसके बैंक खाते में ट्रांसर्फर कर दिया।
यह था मामला
शिव शक्ति अपार्टमेंट सेक्टर म्यू 2 में रहने वाले विपिन कुमार की आँखों मे दिक्कत थी। जाँच करवाने के लिए यथार्थ अस्पताल पहुंचे, डॉक्टरों ने 28 जून को यथार्थ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और 2 दिन रखने के बाद 1 जुलाई को डिस्चार्ज कर डेढ़ लाख रुपये का बिल बना दिया। अस्पताल का डेढ़ लाख रुपये बिल भुगतान मरीज घर आ गया। लेकिन जब जाँच रिपोर्ट और अन्य चीजों का खर्चा जोड़ा तो संदेह हुआ उन्होंने सैक्टर के RWA अध्यक्ष धर्मेंद्र राठी पूरी बात बताई।
धर्मेंद्र राठी ने विपिन कुमार लेकर अस्पताल में इसकी शिकायत की। अस्पताल में एक जांच का लगभग 23 हजार रुपए वसूला गया था। लोगों ने उसकी जांच रिपोर्ट मांग ली थी। अस्पताल प्रबंधन जांच की रिपोर्ट नहीं दिखा सका था।
लोगों का यह है कहना
लोगों का कहना है कि बिना जांच किए ही फर्जी रूप से पैसों की वसूली करना गलत है। कपिल व विशाल कुमार का कहना है कि पीडि़त मरीज ने सतर्कता दिखाते हुए जांच रिपोर्ट मांग ली, यदि वह जागरुक नहीं होते तो उन्हें फर्जीवाड़े का पता ही नहीं चलता। उनका कहना है संभावना है कि अस्पताल ने इसी प्रकार से अन्य लोगों के साथ भी फर्जीवाड़ा किया होगा।
