
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यमुना प्राधिकरण कार्यालय में अधिकारियों से मुलाकात कर किसानों को भेजे जा रहे आयकर नोटिस का विरोध किया। संगठन ने प्राधिकरण से इस मुद्दे पर ठोस समाधान निकालने की मांग की।
रजिस्ट्री के बाद किसानों को मिल रहा टैक्स नोटिस
संगठन के अध्यक्ष हुकुमचंद शर्मा के नेतृत्व में किसान प्रतिनिधिमंडल ने यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र सिंह और डिप्टी कलेक्टर अजय कुमार शर्मा के साथ बैठक कर ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष प्रतिनिधि संजीव शर्मा ने बताया कि वर्षों से यमुना प्राधिकरण किसानों की सहमति से उनकी कृषि भूमि की सीधे रजिस्ट्री करा रहा है। लेकिन अब आयकर विभाग चार-पांच वर्ष बाद किसानों को टैक्स नोटिस भेज रहा है।
मुआवजा नहीं मान रहा आयकर विभाग
संजीव शर्मा ने बताया कि रजिस्ट्री में स्टांप लगने के कारण आयकर विभाग इसे मुआवजा नहीं मान रहा है, जिससे किसानों पर अतिरिक्त टैक्स का बोझ आ रहा है। स्थिति यह है कि किसानों को इस संबंध में प्राधिकरण से कोई आधिकारिक पत्र भी नहीं दिया जा रहा है, जिससे वे अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकें। किसान नेताओं ने यमुना प्राधिकरण से इस मामले में दखल देने की अपील की, ताकि किसानों को राहत मिल सके।