द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: आर्मी इइंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में आठवें ड्राइविंग सस्टेनेबिलिटी विद एनालिटिक्स: शापिंग बिजनेस, पॉलिसी, एंड सोसाइटी फॉर द फ्यूचर,  विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। विषय पर विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। मेजर जनरल सुमित मेहता, वीएसएम, सीओएस, दिल्ली क्षेत्र ने कहा कि व्यवसायों को एनालिटिक्स का उपयोग करके सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने और उसे बनाए रखने की आवश्यकता है। उद्घाटन सत्र की शुरुआत दीप प्रज्वलन  के साथ हुई। मेजर जनरल (डॉ.) राजेंद्र बाना,निदेशक-एआईएमटी ने अथितियों का स्वागत किया। सम्मलेन में देश भर से शिक्षकों और शोधकर्ताओं ने अपने शोध प्रस्तुत किए।

व्‍यापक हो ज्ञान का दायरा
लुईस लो, कंट्री बिजनेस हेड, एफएनपी एसजी ने युवाओं को देश का भविष्य सुरक्षित करने का गुरुमंत्र दिया।वादिम कोटेलनिकोव,  संस्थापक और ग्लोबल कोऑर्डिनेटर, इनोम्पिक्स ने निरंतर बढ़ती कौशल वृद्धि पर अपने सुझाव दिए। सौरभ मोहन सक्सेना, संस्थापक निदेशक, एएचओडीएस टेक्नोलॉजीज ने विद्यार्थियों से अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि सस्टेनेबल बिजनेस का मतलब है, पर्यावरण और समाज की जिम्मेदारी निभाते हुए दीर्घकालिक विकास और आर्थिक सफलता प्राप्त करना। प्रो. (डॉ.) अनुपम नरूला, प्रोफेसर और उप निदेशक- पूर्व छात्र संबंध, एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा,ने इस बात पर ज़ोर दिया की हर छात्र को अपने ज्ञान का दायरा व्यापक और विशिष्ट रखना चाहिए। मेजर जनरल सुमित मेहता, वीएसएम, दिल्ली क्षेत्र, चेयरमैन एआईएमटी और श्री लुईस लो, कंट्री बिजनेस हेड, एफएनपी एसजी ने नीति संबंधित सस्टेनेबिलिटी से अवगत कराया। प्रो. (डॉ.) परमानंद, माननीय प्रो वाइस चांसलर, शारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा ने समापन सत्र में अपने  बहुमूल्य दृष्टिकोण साझा किए।