द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाना पुलिस और एएनटीएफ टीम मेरठ ने संयुक्त ऑपरेशन में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में एक महिला समेत तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों के कब्जे से 5 किलो 500 ग्राम अवैध चरस, तीन एंड्रॉयड मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड, एक नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र और 2000 रुपये नकद बरामद किए गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बरामद चरस की कीमत करीब 55 लाख रुपये आंकी गई है।

गिरोह का नेटवर्क और काम करने का तरीका
पकड़े गए अपराधियों में गैंगलीडर भाकसु कामी उर्फ बागसुर कामी नेपाल का निवासी है। वह नेपाल से चरस की खेप लेकर आता था और अपने साथियों के माध्यम से इसे भारत में बेचने का काम करता था। धीरज सिंह सामन्त और उसकी बुआ तुलसी देवी इस गैंग का हिस्सा है। तस्करी का यह गिरोह चरस को दिल्ली, हरियाणा, हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली और एनसीआर के विभिन्न इलाकों में फुटकर विक्रेताओं तक पहुंचाता था।

पहले से है कई मामले दर्ज
पुलिस का कहना है कि तुलसी देवी के खिलाफ पहले से ही मुजफ्फरनगर के थाना छपार में एक मामला दर्ज है जिसमें वह वांछित थी। गिरोह ने मादक पदार्थों की तस्करी से मोटा मुनाफा कमाने के लिए एक संगठित नेटवर्क बनाया था।

कैसे पकड़े गए अपराधी
गुरुवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि यह गिरोह जीरो प्वाइंट यमुना एक्सप्रेसवे पर सक्रिय है। पुलिस और एएनटीएफ टीम ने योजना बनाकर वहां छापा मारा और तीनों अपराधियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से बड़ी मात्रा में चरस के साथ अन्य दस्तावेज और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए। पुलिस अब इस मामले में गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क की जांच कर रही है।