-किसानों की सहमती पर हुई मुआवजे की दरे तय
-अब 15-20 मिनट में कर सकेंगें ग्रेटर नोएडा से फरीदाबाद तक यात्रा

द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यमुना नदी पर बने मंझावली पुल की राह में 10 साल से आ रही अड़चनें अब दूर हो गई है। किसानों की सहमति पर मुआवजे की दर 3,720 रुपये प्रति वर्गमीटर तय कर दी गई है। प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया तेज कर दी है और जल्द ही पीडब्ल्यूडी को यह जमीन सौंप दी जाएगी। इसके बाद ग्रेनो की ओर पुल तक सड़क निर्माण कार्य शुरू होगा।

मात्र 15-20 मिनट में होगी यात्रा
अभी ग्रेटर नोएडा के निवासियों को फरीदाबाद पहुंचने में करीब दो घंटे लगते है। मंझावली पुल और उससे जुड़ी सड़कें तैयार होने के बाद यह यात्रा मात्र 15-20 मिनट में पूरी हो सकेगी। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि इस साल पुल को चालू कर दिया जाएगा।

10 साल से अटका था प्रोजेक्ट
मंझावली पुल का निर्माण कार्य 2014 में शुरू हुआ था। हरियाणा की ओर करीब 20 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। लेकिन ग्रेटर नोएडा की तरफ 4 किमी लंबी सड़क के निर्माण में किसानों से जमीन अधिग्रहण की समस्या के चलते देरी हो रही थी।

लगभग 40 किसानों की सहमती से हुई मुआवजे की दरे तय
एडीएम भू-आधिपत्य बच्चू सिंह ने जानकारी दी कि ग्रेनो की ओर सड़क बनाने के लिए 68,000 वर्गमीटर जमीन की जरूरत है। यह जमीन मुरसदपुर, अफजलपुर, जगनपुर और अट्टा गुजरान गांवों के किसानों की है। करीब 40 किसानों से सहमति बनने के बाद मुआवजे की प्रक्रिया तय की गई है।

जल्द मिलेगा मुआवजा, सड़क निर्माण का रास्ता साफ
किसानों की सहमति के आधार पर 3,720 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर तय की गई है। जल्द ही किसानों से जमीन का बैनामा कर मुआवजा वितरित किया जाएगा। इसके बाद जमीन पीडब्ल्यूडी को सौंपी जाएगी ताकि सड़क निर्माण का काम शुरू हो सके।

फरीदाबाद-ग्रेनो कनेक्टिविटी में होगा सुधार
मंझावली पुल और सड़क बनने के बाद ग्रेनो और फरीदाबाद के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। यह न केवल यात्रा का समय कम करेगा बल्कि दोनों शहरों के आर्थिक और सामाजिक संबंध भी मजबूत करेगा। अधिकारियों ने भरोसा जताया है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से स्थानीय निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी।