-स्‍कूल के नए भवन का बेसिक शिक्षा मंत्री ने किया लोकार्पण
-स्‍कूल के अध्‍यापकों के प्रयास को सराहा, छात्रों का किया उत्‍साहवर्धन

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: धरती को रिचार्ज करने के लिए वर्षा जल का संचय बहुत आवश्‍यक है। इस दिशा में प्राथमिक विद्यालय मथुरापुर ने प्रदेश में पहले नंबर पर अपना स्‍थान बना लिया है। विद्यालय भवन का जीर्णोद्धार तथा नवनिर्मित भवन का लोकार्पण बुधवार को बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने किया। जिसकी विशेषता है कि पूरे राज्य के विद्यालयों में सबसे बड़ा वर्षा जल संचयन संयंत्र, जिसकी क्षमता प्रतिदिन 40,000 लीटर धरती को रिचार्ज करने की है। उन्नत शिक्षण अनुभव के लिए प्रत्येक कक्षा-कक्ष में स्मार्ट बोर्ड लगाए गए हैं। भवन निर्माण के दौरान पेड़ों की कटाई नहीं की गई। जिससे पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना का संदेश छात्रों के साथ-साथ पूरे समाज में गया। साथ ही स्‍कूल में व्हीलचेयर के अनुकूल रैंप और रेलिंग बनाए गए हैं। यह विद्यालय भवन कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के अंतर्गत होंडा इंडिया पावर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने तैयार कराया है। इस अवसर पर सांसद महेश शर्मा, विधायक दादरी तेजपाल नागर, सदस्य विधान परिषद श्रीचंद शर्मा, जिलाध्यक्ष गौतम बुद्ध नगर अभिषेक शर्मा सहित अन्‍य लोग मौजूद थे।

छात्रों से की वार्ता
मंत्री ने छात्रों के द्वारा बनाए गए टीएलएम की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए छात्रों से वार्ता की। प्रश्न पूछे और छात्रों के उत्तरों से प्रसन्न होकर उनको प्रोत्साहित किया। विद्यालय भवन का भ्रमण करते हुए प्रत्येक कक्षा-कक्ष में होंडा कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का अवलोकन किया। मथुरापुर दादरी के प्रधानाध्यापक गजन भाटी ने मंत्री को विद्यालय की विशेषताएं बताईं। इस अवसर पर संदीप सिंह ने कहा कि मथुरापुर के आधुनिक व सुविधा संपन्न विद्यालय भवन का लोकार्पण एक विकसित सोच का सार्थक उदाहरण है। इस सरकार के कार्यकाल में ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय को समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी पवित्र कार्य के लिए किसी भी स्थान का पवित्र व साफ-सुथरा होना आवश्यक होता है। उसी प्रकार शिक्षा जैसे पवित्र कार्य हेतु सुंदर भवन, समुचित सुविधाओं से युक्त भवन का होना अति आवश्यक हैं। उसी के अंतर्गत मथुरापुर विद्यालय भवन का लोकार्पण किया गया। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे योग्य शिक्षक प्राथमिक विद्यालयों में ही होते हैं जो अपने प्रयासों से समाज के भविष्य के लिए योग्य नागरिक तैयार करते हैं।