-बैठक में डीएम ने की बीएलओ के कार्यों की समीक्षा
-राजनीतिक दलों ने बैठक में दिए कई अहम सुझाव
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण तथा मतदेय स्थलों के पुनर्गठन को लेकर डीएम मेधा रूपम ने समीक्षा बैठक की। बैठक में कर्मचारियों के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। बूथ बनाए जाने को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने कुछ सुझाव दिए, डीएम ने उस पर अमल करने का निर्देश दिया। साथ ही निर्देश दिया कि जहां पर भी कालोनियां या नए आवासीय क्षेत्र विकसित हुए हैं, वहां आवश्यकतानुसार नए बूथों का गठन किया जाए। जिससे मतदाताओं को वोट डालने में आसानी हो।
बढ़ाए गए मतदान केंद्र
उप जिला निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार ने बताया कि पूर्व में 642 मतदान केंद्र थे, उनकी संख्या में 101 की वृद्धि की गई है। अब कुल 743 मतदान केंद्र हो गए हैं। साथ ही 1868 मतदेय स्थलों के सापेक्ष 156 नए मतदेय स्थल बढ़ाए जाने के बाद अब कुल 2024 मतदेय स्थल सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे मतदेय स्थलों की पहचान कर उन्हें पुनर्संयोजित किया गया है, जिनमें मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक थी। उन्होंने बताया कि नवसृजित बूथों में सभी वर्गों के मतदाताओं को संतुलित रूप से समायोजित किया गया है, ताकि प्रत्येक मतदाता को सुगमता एवं सुविधा के साथ मतदान संबंधी सेवाएं प्राप्त हो सकें। डीएम ने निर्देश दिए कि बीएलओ-बीएलए दोनों अपने-अपने क्षेत्रों में घर-घर भ्रमण, गणना प्रपत्रों के अनुरूप विश्लेषण तथा नाम जोड़ने, हटाने व संशोधन संबंधी प्रपत्रों के निस्तारण में पूर्ण गंभीरता व सक्रियता बनाए रखें। डीएम ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि निर्वाचक नामावली की शुद्धता लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बुनियाद है। आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी हितधारकों का सक्रिय सहयोग आवश्यक है। उन्होंने आश्वस्त किया कि मतदेय स्थलों के संभाजन से लेकर प्रत्येक प्रपत्र के निस्तारण तक, पारदर्शिता, निष्पक्षता और सुगमता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
