द न्यूज़ गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कुछ अधिकारियों के द्वारा बिना जाने समझे व लोगों की राय लिए बिना गलत डिसीजन लिए जा रहे हैं। जिसमें गोल चक्करों पर टॉयलेट बनाने, बिना आवश्यकता के अल्फा एक सेक्टर और कैलाश अस्पताल के बीच फुट ओवर ब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया। जिसमें आम जनता के द्वारा दिए गए पैसों की बर्बादी हो रही है। प्राधिकरण अधिकारियों के साथ बैठकर वार्ता करने के बाद एक्टिव सिटीजन टीम ने उन्हें शहर के विकास के लिए आईना दिखाने का काम किया है। टीम के सदस्यों ने प्राधिकरण अधिकारियों के सामने विभिन्न विषयों पर अपना पक्ष रखा। यह भी बताया की विकास के जो कार्य कराए जा रहे हैं उसमें पैसों की बर्बादी हो रही है, कई कार्य ऐसे हैं जिसकी आवश्यकता भी नहीं है। प्राधिकरण अधिकारियों ने आश्वासन दिया है की अब शहर के गोल चक्करों पर टॉयलेट नहीं बनाया जाएगा। साथ ही एक्टिव सिटीजन टीम के द्वारा रखे गए अन्य विषयों पर भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ताकार जल्द निर्णय लिया जाएगा।
शहर के गोलचक्कर पर नहीं बनेंगे नए टॉयलेट
प्राधिकरण के द्वारा शहर में विभिन्न स्थानों पर टॉयलेट का निर्माण किया गया है। टॉयलेट गोलचक्करों के बगल में बनाए गए हैं। इस कारण जाम की समस्या खड़ी हो रही है, क्योंकि टॉयलेट जाने के लिए लोगों के द्वारा गोलचक्कर के पास ही अपना वाहन खड़ा कर दिया जाता है । आने वाले समय में यह परेशानी और बढ़ेगी। टीम के सदस्यों ने अधिकारियों को बताया कि उन स्थानों पर टॉयलेट बनाए जाएं जहां पर पब्लिक की भीड़ अधिक होती है। जैसे जिला न्यायालय, डीएम कार्यालय व अन्य स्थान। साथ ही गोल चक्करों पर टॉयलेट ना बनाए जाएं। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है की गोलचक्करों पर जो नए टॉयलेट प्रस्तावित हैं उन्हें निरस्त कर उचित स्थान का निर्णय जल्द लिया जाएगा।
परीचौक पर बनेगा मिनी बस स्टॉप
शहर की पहचान परीचौक है। जहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग प्रदेश व देश के विभिन्न स्थानों के लिए सफर करते हैं। विभिन्न शहर से आने वाली बसें भी परीचौक पर आती हैं। बसों के रुकने व यात्रियों की सुविधाओं के लिए परीचौक पर कोई व्यवस्था नहीं है। एक्टिव सिटीजन टीम ने मांग की है की परीचौक के पास खाली पड़े स्थान पर मिनी बस स्टैंड बनाया जाए। जहां पर यात्रियों के बैठने, टॉयलेट करने उनके खाने-पीने की सुविधा हो। प्राधिकरण अधिकारियों ने इस विषय पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ता करने की बात कही है। सेक्टर अल्फा एक और कैलाश अस्पताल के बीच में बनाए जाने वाले फुट ओवर ब्रिज की अभी आवश्यकता ना होने का मुद्दा भी एक्टिव सिटीजन टीम ने प्राधिकरण अधिकारियों के सामने रखा है। अधिकारियों ने कहा है कि इस पर दोबारा से सर्वे करा निर्णय लिया जाएगा।