• ओखला पक्षी विहार में किया गया ईको टूरिज्म का आयोजन
  • अभयारण्य में सर्दियों के मौसम में पहुंचते हैं एक लाख प्रवासी पक्षी

द न्‍यूज गली, नोएडा: नोएडा में स्थित ओखला पक्षी विहार की गिनती प्रदेश के 15 प्रमुख पक्षी विहार में होती है। खास बात है कि पक्षी विहार लगभग चार लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। प्रतिवर्ष यहां पर लगभग 300 प्रजाति से अधिक पक्षी अपना आशियाना बनाते हैं। ठंड के मौसम में एक लाख से अधिक पक्षी पहुंचते हैं। बुधवार को ओखला पक्षी विहार में ईको टूरिज्म का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्य मंत्री लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश शासन/प्रभारी मंत्री गौतमबुद्ध नगर बृजेश सिंह थे। उन्‍होंने नेचर वॉक भी किया।

प्रकृति से प्रेम का दिया मंत्र
कार्यक्रम के दौरान प्रभारी मंत्री को अवगत कराया गया कि राज्य में 15 पक्षी अभ्यारण्यों में से एक ओखला पक्षी विहार यमुना नदी पर ओखला बैराज क्षेत्र में स्थित एक पक्षी अभयारण्य है। दिल्ली-उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा पर स्थित पक्षी विहार को वर्ष 1990 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अभयारण्य के रूप में नामित किया गया। नोएडा के प्रवेश द्वार पर स्थित ओखला पक्षी विहार लगभग 4 वर्ग किलोमीटर आकार का है, जहां 300 से अधिक प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं, जो खासकर जल पक्षियों के लिए यह स्थान अनुकूल है। अभयारण्य में सर्दियों के मौसम के दौरान करीब एक लाख प्रवासी पक्षी भी पाए जाते हैं। इस दौरान विडियो के माध्यम से प्रवासी एवं अप्रवासी पक्षियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। मंत्री ने कहा कि हम सबको प्रकृति का ध्यान रखना चाहिए, जिस प्रकार हम अपनी मां से प्रेम करते हैं, ठीक उसी प्रकार हमको प्रकृति से प्रेम करना चाहिए। क्योंकि हम प्रकृति की रक्षा करेंगे तो प्रकृति हमें बदले में स्वस्थ वातावरण एवं पर्यावरण प्रदान करेगी।

पक्षियों के बारे में दी गई जानकारी
ओखला पक्षी विहार में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नेचर वॉक करते हुए बर्ड वाचिंग की गई। प्रकृति भ्रमण के दौरान प्रतिभाग करने वाले स्कूली छात्र-छात्रओं, पर्यटको एवं आंगतुको को प्रकृति के साथ-साथ प्रवासी एवं अप्रवासी पक्षियों के संबंध में जानकारी दी गयी। इस अवसर पर माननीय प्रभारी मंत्री एवं जिलाधिकारी द्वारा फाईकस वेंजिना के पौधे का रोपण किया गया।