द न्यूज़ गली, नोएडा : करवाचौथ का व्रत पत्नी पति की लंबी उम्र के लिए रखा करती है, लेकिन इस बार नोएडा निवासी एक पति ने इस परंपरा को अनूठे प्रेम और समर्पण से नया अर्थ दे दिया। 50 वर्षीय पवन रावत ने अपनी पत्नी मनीषा रावत (47) को इस करवाचौथ पर गहनों या कपड़ों से नहीं, बल्कि अपनी किडनी देकर जीवन का सबसे अनमोल तोहफा दिया है।

पत्नी की हालत बिगड़ी, पति ने बढ़ाया मदद का हाथ
मनीषा रावत पिछले कुछ वर्षों से क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) से जूझ रही थीं। लगातार इलाज और थेरेपी के बावजूद उनकी तबीयत में कोई खास सुधार नहीं आया और अप्रैल में दोनों किडनियां फेल हो गईं। डॉक्टरों ने जब किडनी ट्रांसप्लांट को अंतिम विकल्प बताया तो परिवार के अन्य सदस्यों ने हाथ पीछे खींच लिए।

ऐसे कठिन समय में पवन रावत ने बिना एक पल की देरी किए कहा “पत्नी का जीवन बचाना मेरा कर्तव्य है।” और वह इस कर्तव्य को निभाने के लिए अपने शरीर का हिस्सा देने को तैयार हो गए।

10 अक्टूबर को हुआ सफल ट्रांसप्लांट
नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में 10 अक्टूबर को नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी और एनेस्थीसिया विशेषज्ञों की एक मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम ने करीब तीन घंटे तक चले ऑपरेशन में किडनी ट्रांसप्लांट किया। यह सर्जरी तकनीकी रूप से रूटीन थी, लेकिन मनीषा की बिगड़ती हालत और पूर्व में दो बार कार्डियक अरेस्ट आने के कारण इसे हाई-रिस्क माना गया। इसके बावजूद ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा।

डॉक्टरों ने बताया प्रेरणादायक मामला
फोर्टिस अस्पताल की डॉ. अनुजा पोरवाल, डायरेक्टर, नेफ्रोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट, ने कहा कि मनीषा की स्थिति नाजुक थी, ट्रांसप्लांट ही एकमात्र रास्ता था। लेकिन पति पवन रावत का प्रेम और साहस इस केस को खास बना गया। डॉ. पीयूष वार्ष्णेय, डायरेक्टर, यूरोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट ने कहा, “पति की इस निस्वार्थ भावना ने पूरी मेडिकल टीम को भी भावुक कर दिया।”