द न्यूज गली, नोएडा : दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर जहर उगल रही है। नोएडा में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण ने हालात बिगाड़ दिए हैं। खुले में उड़ती धूल और खुदी सड़कों से हवा में धूलकणों का स्तर इतना बढ़ गया है कि शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 के पार पहुंच गया है। यह स्तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। कई इलाकों में तो एक्यूआई खतरनाक स्थिति तक जा पहुंचा है।
धूल और स्मॉग से छाया आसमान धुंधला
दिन में प्रदूषक कणों की बढ़ोतरी से आसमान पर स्मॉग की मोटी चादर छाई हुई है। दृश्यता घटकर 800 मीटर तक सिमट गई है। टूटी और कच्ची सड़कों से उड़ने वाली धूल, निर्माण स्थलों पर जारी गतिविधियां और डंपर वाहनों से फैलती मिट्टी ने प्रदूषण को और बढ़ा दिया है।
सेक्टर-1 में एक्यूआई 362, सेक्टर-116 में 350, सेक्टर-125 में 370, सेक्टर-62 में 329 और ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-III में 550 दर्ज किया गया, जो ‘अत्यंत खतरनाक’ श्रेणी में आता है।
“मास्क लगाएं, जरूरत न हो तो घर से न निकलें” सीएमएस अजय राणा
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अजय राणा ने नागरिकों से अपील की है कि वे बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें और बाहर निकलते समय मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
उन्होंने कहा, “यह जहरीली हवा स्वस्थ लोगों को भी प्रभावित कर सकती है। बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।”
प्राधिकरण ने शुरू की सड़कों और पौधों की धुलाई
बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए नोएडा प्राधिकरण का उद्यान विभाग सक्रिय हो गया है। उद्यान निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि शहरभर में रोजाना 300 टैंकरों की मदद से सड़कों, सेंट्रल वर्ज और करीब दो हजार पेड़ों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है, ताकि धूलकणों का स्तर कम किया जा सके।
अगले तीन दिन राहत की उम्मीद नहीं
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, हवा की गति कम रहने से प्रदूषण के स्तर में फिलहाल कोई राहत नहीं मिलेगी। अगले तीन दिनों तक एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने की संभावना जताई गई है।
