-प्रदूषण के कारण लोगों की बढ़ेगी और परेशानी
-बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों की आंखों में होने लगी जलन
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: प्रदूषण को रोकने के लिए प्राधिकरण, जिला प्रशासन व पूदषण नियंत्रण विभाग के द्वारा किए गए सारे इंतजार फेल साबित हो गए हैं। परिणाम लगातर बढ़ते प्रदूषण के रूप में सामने आया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स(एक्यूआई) 400 के पार जाने पर ग्रैप-3(ग्रेडेट रिस्पांस एक्शन प्लान) को लागू कर दिया गया है। ग्रैप:3 में पाबंदियां और कड़ी हो गई हैं। ऐसे निर्माण कार्य जिसमें धूल उड़ रही हो या किसी प्रकार का प्रदूषण हो रहा है, पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग यह दावा कर रहा है कि ग्रैप-3 के नियमों को कड़ाई से लागू कराया जा रहा है लेकिन शहर से लेकर गांव तक में चल रहे निर्माण कार्य उनके दावे को झूठा साबित कर रहे हैं। यदि प्रदूषण का स्तर और बढ़ तो ग्रैप चार लागू हो जाएगा।
ग्रैप-3 में यह हैं पाबंदियां
वाहन व निर्माण कार्यों के कारण प्रदूषण अधिक फैलता है ऐसे में ग्रैप-3 में निर्माण व तोड़-फोड़ पर रोक लगा दी गई है। विशेष रूप से निर्माण के वह कार्य जिसमें धूल उड़ती है। इसके लिए जमीन में बोरिंग, ड्रिलिंग, जमीन की खुदाई, चिनाई व अन्य कार्य पर पूरी तरह से रोक है, सड़क निर्माण कार्य पर रोक। कच्ची सड़कों पर वाहनों के जाने से धूल उड़ती है इसे देखते हुए कच्ची सड़क पर से निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगी है। स्टोन क्रशर का संचालन पूरी तरह से बंद। साथ ही खनन के सभी कार्य पर भी रोक लगा दी गई है।
जुर्माना लगाने की होगी कार्रवाई
ग्रैप-3 के नियमों को कड़ाई से लागू कराने के लिए प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने कमर कस ली है। सड़कों पर पानी का अधिक छिड़काव कराने के लिए भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अधिकारियों को निेर्देश दे दिया है। ग्रैप-3 के नियमों का कड़ाई से पालन कराने के लिए प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम अलग-अलग क्षेत्र में जाकर जांच करेगी। ग्रैप-3 का पालन न करने वाले लोगों पर जुर्माना लगाने की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।