-सेक्टर में दो साल से आरडब्ल्यूए चुनाव को लेकर चल रहा है विवाद
-एक बार दोबारा चुनाव की सुगबुगाहट, दोनों गुट हुए आमने-सामने
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: सेक्टर डेल्टा दो एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है। जिसका प्रमुख कारण सेक्टर में एक बार फिर से चुनाव की सुगबुगाहट है। इस कारण दोनों दल एक बार दोबारा आमने सामने आ गए हैं। एक दल ने चुनाव कराने के लिए बैठक की, दूसरे दल ने फर्जी व गुपचुप तरीके से चुनाव कराने का आरोप लगाते हुए विरोध कर दिया है। देखना है चुनाव कराने को लेकर दोनों दल के बीच क्या सहमति बनती है।
दो साल से चल रही रार
सेक्टर में 2019 में आरडब्ल्यूए का चुनाव हुआ था। चुनाव में अजब सिंह अध्यक्ष व आलोक नागर महासचिव बने थे। आय-व्यय के ब्योरे को लेकर कुछ माह बाद ही दोनों लोगों में तलवार खिंच गई। आरडब्ल्यूए दो धड़े में बट गई। दोनों धड़े ने एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार शुरू कर दी। वह रार अभी तक बनी हुई है।
दो साल पहले चुनाव ही हुई थी तैयारी
सेक्टर के बायलॉज में आरडब्ल्यूए का कार्यकाल पहले पांच साल का था। दोनों धड़ इसे तीन साल करने पर सहमत हो गए थे। समझौते के बाद कागजी कार्रवाई भी पूरी की गई। दो साल पूर्व चुनाव की तैयारी हुई। अजब सिंह ने पांच साल के बायलॉज की बात बता कर न्यायालय में आपत्ती लगा दी। चुनाव की प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है। इसके बाद से दोनों धड़े में तकरार और बढ़ गई।
एक पक्ष ने दोबारा की चुनाव की तैयारी
अजब सिंह भाटी पक्ष ने पांच साल के बायलॉज के अनुसार दिसंबर में समाप्त हो रहे कार्यकाल को देखते हुए दोबारा चुनाव की तैयारी शुरू की। बैठक के बाद चुनाव कमेटी का गठन किया गया। कहा गया कि चुनाव कमेटी जल्द चुनाव का कार्यक्रम घोषित करेगी। आलोक नागर पक्ष ने विरोध शुरू कर दिया है। आलोक का कहना है कि आरडब्ल्यूए का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, उन्हें चुनाव कराने का कोई हक नहीं है। चुनाव के लिए बैठक भी बंद कमरे में की गई। सेक्टर के लोगों को इसकी सूचना तक नहीं मिली। चुनाव का मामला भी न्यायालय में है। दूसरा पक्ष पहले न्यायालय से अपनी रिट वापस ले और डिप्टी रजिस्ट्रार के द्वारा चुनाव की घोषणा की जाए।