-पार्टी संगठन में बदलाव की चाह में बनाई थी रणनीति
-अखिलेश यादव ने कहा संगठन कर अच्छा काम
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहली बार लखनऊ में गौतमबुद्ध नगर के सपा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। चुनाव हारने पर गहन मंत्रणा हुई। सभी पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी बात रखी। जिले के संगठन में अहम पद लेने की चाह में कुछ नेता काफी दिनों से रणनीति बना रहे थे। कुछ अन्य को साथ लेकर उन्होंने अखिलेश यादव के सामने छोटी-छोटी बातों को उठा जिलाध्यक्ष व महासचिव पर आरोप लगाए। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी पर भी एक विशेष वर्ग की अनदेखी करने का आरोप लगा है। अखिलेश यादव ने एकता का मंत्र देकर सभी को शांत करा दिया। कहा संगठन अच्छा काम कर रहा है, पदाधिकारियों से उन्होंने 2027 चुनाव की तैयारी में अभी से जुटने का आहवान किया।
पर्ची की चर्चा
जिले से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े डाक्टर महेंद्र नागर ने भी कुछ लोगों पर आरोप लगाए। यह भी आरोप लगा कि चुनाव में कुछ लोगों ने भीतरघात किया। कुछ लोगों ने पार्टी में यह संदेश दिया था कि चुनाव में उन्होंने पैसा खर्च नहीं किया। बैठक के दौरान महेंद्र नागर ने अखिलेश यादव को एक पर्ची दी। पर्ची जिले के सपा नेताओं के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। चर्चा है कि पर्ची में जिले के पार्टी के उन लोगों का नाम है जिन्होंने भीतरघात किया। एक चर्चा यह भी है कि चुनाव में जिन लोगों ने महेंद्र नागर से पैसा लिया उनका नाम भी शामिल है। अखिलेश यादव ने पर्ची अपनी जेब में रख ली। पर्ची के आधार पर कुछ नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने महेंद्र नागर को जिले में लोकसभा प्रभारी की जिम्मेदारी सौंप दी।