-मानसिक विक्षिप्‍त होने के कारण साढ़े तीन माह से था लापता
-बेटे को पाकर परिवार के लोगों ने जताया आभार

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: रात की नींद में खलल किसी को बर्दाश्‍त नहीं होता, यदि यह खलल किसी बेगाने के लिए हो तो कदापि भी नहीं। लेकिन बदौली गांव निवासी अनिल कसाना देर रात अपने ड्राइबर के साथ एक मानसिक विक्षिप्‍त की मदद के लिए खड़े हुए। उपचार कराने के बाद उसके सोने की व्‍यवस्‍था कराई। अगले दिन सुबह उसके नाम व पते की जानकारी होने के बाद वृंदावन पुलिस से संपर्क किया। फोटो व नाम के आधार पर पुलिस ने परिवार के लोगों को तलाश लिया। साढ़े तीन माह बाद बेटा वापस मिलने पर परिवार के लोगों ने अनिल कसाना व अन्‍य का आभार जताया।

पैर में हुआ था घाव
अनिल ने बताया कि रात में घर के पास एक व्‍यक्ति कराह रहा था। जिसकी सूचना उनके ड्राइवर ने उन्‍हें फोन पर दी। वह मानसिक विक्षिप्‍त जोर-जोर से गालियां दे रहा था। अगले दिन सुबह उसने अपना नाम सुदीप व पिता का नाम विश्‍वनाथ बताया। इतना बताया कि वह मूल रूप से वृंदावन का रहने वाला है। अनिल ने फोटो के साथ यूपी पुलिस को जानकारी दी। कुछ घंटे बाद वृंदावन पुलिस ने उनसे संपर्क किया। फोटो व नाम के आधार पर पुलिस को पता चला था कि सुदीप की गुमशुदगी दर्ज है। वृंदावन पुलिस सुदीप के पिता व भाई को साथ लेकर बदौली गांव अनिल के घर पहुंचे। बेटे को पाकर परिवार के लोग खुश हो गए। उन्‍होंने बताया कि सुदीप का उपचार चल रहा है। वह 4 मई से घर से गायब था।