द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : थाना बिसरख पुलिस ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जो जूम एप के जरिए कार बुक कर उन्हें हड़पने का काम कर रहे थे। गिरोह के कब्जे से एक महिंद्रा थार गाड़ी भी बरामद की गई है, जो घटना में प्रयुक्त हुई थी।

घटना का खुलासा कैसे हुआ?
घटना की शुरुआत तब हुई जब सुपरटेक ईकोविलेज-1 निवासी एक व्यक्ति ने अपनी थार गाड़ी, जो उनकी पत्नी के नाम पंजीकृत है, जूम एप के माध्यम से रेंटल पर देने के लिए बुक की थी। गुरुवार को सूर्यकांत नामक व्यक्ति ने एप के जरिए गाड़ी बुक की। इसके बाद जतिन नाम का एक व्यक्ति गाड़ी लेने पहुंचा और गाड़ी लेकर चला गया। लेकिन गाड़ी तय समय पर वापस नहीं आई। काफी इंतजार और असफल प्रयासों के बाद, पीड़ित ने थाना बिसरख पर इसकी शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस की कार्रवाई और गिरोह की गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस को जल्द ही पता चला कि यह कोई अकेली घटना नहीं थी, बल्कि एक संगठित गिरोह इस प्रकार की धोखाधड़ी में लिप्त है। गिरोह जूम एप के माध्यम से कार बुक कर उन्हें अपने कब्जे में लेता और वापस नहीं करता। शनिवार को, थाना बिसरख पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और सर्विलांस की मदद से गिरोह के तीन सदस्यों को एटीएस गोल चक्कर के पास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में प्रशांत ठाकुर, विनय सिरोही, और जतिन वोइस शामिल है। उनके कब्जे से वह महिंद्रा थार गाड़ी भी बरामद कर ली गई, जिसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी।

गिरोह का तरीका और पुलिस की अपील
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह एप के जरिए भरोसा हासिल कर कार को बुक करता था और फिर उसे हड़प लेता था। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान इस गिरोह के अन्य मामलों में भी संलिप्त होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके ठिकानों का पता लगाया जा सके।