द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने यातायात जाम से निपटने के लिए सड़कों और गोलचक्करों के डिजाइन में बदलाव की योजना बनाई है। शहर के 20 प्रमुख स्थानों पर इंजीनियरिंग खामियों को चिह्नित किया गया है। इनमें परी चौक, सूरजपुर, ग्रेनो वेस्ट का एक मूर्ति, चार मूर्ति और गौड़ चौक जैसे व्यस्त क्षेत्रों का नाम शामिल है। यातायात पुलिस और प्राधिकरण के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम इन स्थानों का निरीक्षण कर बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करेगी।

गौर चौक पर अंडरपास निर्माण शुरू
भीड़भाड़ कम करने के लिए गौड़ चौक पर अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। प्राधिकरण ने बिजली, गैस और सीवर लाइनों को शिफ्ट करने का कार्य शुरू कर दिया है। इस परियोजना के लिए आशय पत्र पहले ही जारी कर दिया गया है। अन्य जाम बिंदुओं के समाधान के लिए संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) को पत्र भेजकर यातायात पुलिस से सहयोग मांगा गया है।

सीआरआरआई से ली गई तकनीकी सलाह
सेक्टर-16सी में गौर सिटी-1 और गौर सिटी-2 के बीच प्रस्तावित यू-टर्न के लिए केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) से तकनीकी परामर्श लिया गया है। यहां सुबह और शाम के समय यातायात दबाव अधिक होता है। इसके अलावा, डेल्टा-1 और डेल्टा-2 (लेबर चौक) के बीच यातायात को नियंत्रित करने के लिए मजदूरों को अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने की योजना भी तैयार की गई है।

डीएससी रोड पर जलभराव का समाधान
डीएससी रोड (हल्दौनी मोड़) पर जलभराव की समस्या से यातायात बाधित हो रहा है। आसपास के गांवों से निकलने वाले गंदे पानी के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई है। प्राधिकरण ने यहां आरसीसी नालियों के निर्माण की योजना बनाई है ताकि जलभराव की समस्या को रोका जा सके। तिलपता और सूरजपुर के बीच सड़कों के स्तर को ऊंचा करने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है।

परीचौक और सूरजपुर में अनाधिकृत पार्किंग बनेगी व्यवस्थित
परीचौक और सूरजपुर एंट्री पॉइंट पर अनधिकृत ऑटो और बसों की पार्किंग यातायात जाम का बड़ा कारण है। यातायात पुलिस को इन स्थानों का प्रबंधन बेहतर करने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा, आईटीबीपी रोटरी के पास के पेट्रोल पंपों से गलत दिशा में चलने वाले वाहनों को नियंत्रित करने के उपाय किए जाएंगे।

गोलचक्करों का आकार होगा छोटा
यातायात प्रवाह में सुधार के लिए कई स्थानों पर ट्रैफिक लाइटें लगाई जाएंगी। गोलचक्करों के आकार को छोटा करने या उन्हें फिर से डिजाइन करने का निर्णय लिया गया है। यह कदम भीड़भाड़ को कम करने में मदद करेगा।

संयुक्त कार्य योजना बनेगी समाधान का आधार
अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी लक्ष्मी वीएस का कहना है कि भीड़भाड़ की अधिकांश समस्याओं को उचित इंजीनियरिंग समाधानों से हल किया जा सकता है। यातायात डीसीपी लाखन सिंह यादव ने कहा कि संयुक्त बैठक और व्यापक कार्य योजना से इन समस्याओं का प्रभावी समाधान संभव है।