-पर्यावरण में लगातार बढ़ रहा है एक्यूआई का स्तर
-निर्माण कार्यों पर पूर्ण रूप से लगाया गया प्रतिबंध
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: पर्यावरण में प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदूषण को रोकने के लिए प्राधिकरण, जिला प्रशासन, प्रदूषण विभाग व अन्य के द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे थे जिनका कोई असर होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। दिल्ली के साथ-साथ नोएडा में भी एक्यूआई 500 से अधिक पहुंच चुका है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-4 लागू कर दिया गया है। निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। स्कूलों का बंद करने पर मंथन शुरू हो गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि कक्षा 10 तक के स्कूलों को कुछ दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा।
सारे प्रयास हुए विफल
प्रदूषण को रोकने के लिए सरकारी तंत्र के द्वारा तमाम प्रयास करने का दावा किया गया था। दावा किया गया गया था कि सभी जगहों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। कूड़ा व पराली जलाने पर रोक लगा दी गई है। ग्रैप के नियमों का पालन कराने के लिए टीमों का गठन किया गया है। जो लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। लगातार बढ़ते प्रदूषण से यह साफ हो गया है कि सरकारी तंत्र के दावे सिर्फ कागजी ही थे।
शुरू होगी आनलाइन कक्षाएं
प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों की आंखों में जलन होने लगी है। ग्रैप-4 लागू होने के बाद प्रयास शुरू हो गए हैं कि लोग वाहनों का प्रयोग कम करें। क्योंकि वाहनों के धूंए से प्रदूषण अधिक फैलता है। इन सब चीजों को देखते हुए स्कूलों में कक्षाओं का संचालन बंद करने पर निर्णय लिया जाएगा। स्कूल बंद होंगे तो स्कूलों की बसों के साथ ही बच्चों को स्कूल से लाने व ले जाने वाले वाहन भी नहीं चलेंगे। स्कूल बंद होने पर आनलाइन कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। तमाम प्रयासों के बाद भी यदि प्रदूषण का स्तर और बढ़ता है तो लोगों की परेशानियां बढ़ सकती हैं।
