
द न्यूज गली, नोएडा : आज जिला जज अवनीश सक्सेना, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह, डीएम मनीष कुमार वर्मा और अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ सेक्टर-62 स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर और राजकीय सम्प्रेक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां उपलब्ध सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सम्प्रेक्षण गृह में बच्चों के समग्र विकास पर जोर
निरीक्षण के दौरान पुलिस कमिश्नर ने राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में रह रहे बच्चों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के मनोरंजन और शिक्षा पर समान रूप से ध्यान दिया जाए ताकि उनका मानसिक और शारीरिक विकास सुचारू रूप से हो सके। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी बच्चों को पर्याप्त पाठन सामग्री, खेलकूद की सामग्री और निशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सम्प्रेक्षण गृह में रहने वाले बच्चों को एक स्वस्थ और सुरक्षित माहौल मिले, जिससे वे भविष्य में एक सशक्त और जिम्मेदार नागरिक बन सकें। अधिकारियों को बच्चों की आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी गई ताकि कोई भी बच्चा किसी भी मूलभूत सुविधा से वंचित न रहे।
सखी वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं से की बातचीत
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सखी वन स्टॉप सेंटर में रहने वाली महिलाओं से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने सेंटर के प्रबंधन को निर्देश दिए कि महिलाओं को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जाए। उन्होंने सेंटर के अधिकारियों से कहा कि महिलाओं को उनकी जरूरत के अनुसार कानूनी, चिकित्सीय और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। साथ ही, हिंसा से पीड़ित महिलाओं की काउंसलिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि वे मानसिक रूप से सशक्त होकर आत्मनिर्भर जीवन की ओर बढ़ सकें।
दिव्यांग बच्चों के साथ बिताया समय
निरीक्षण के दौरान पुलिस कमिश्नर और अन्य अधिकारियों ने बचपन डे केयर सेंटर का भी दौरा किया और वहां रहने वाले दिव्यांग बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और संपूर्ण विकास को लेकर शिक्षकों और संस्था के सदस्यों से चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि दिव्यांग बच्चों को उनकी प्रतिभा के अनुसार अवसर दिए जाएं और उनकी जरूरतों को समझते हुए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके अलावा, शैक्षिक सामग्री और अन्य आवश्यक संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।
अधिकारियों की मौजूदगी में हुई समीक्षा बैठक
इस निरीक्षण के दौरान डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह, डीसीपी महिला सुरक्षा सुनिति, एडीसीपी नोएडा सुमित कुमार शुक्ला समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और सुधार के लिए जरूरी कदम उठाने पर सहमति जताई। निरीक्षण के बाद पुलिस कमिश्नर ने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों—खासतौर पर महिलाएं और बच्चे—की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन संस्थानों में रहने वाले लोगों की हर जरूरत को प्राथमिकता से पूरा किया जाए और उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाए।