द न्यूज गली, नोएडा : थाना साइबर क्राइम नोएडा द्वारा लोकल इंटेलिजेंस एवं गोपनीय सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए दो करोड़ 39 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपी को धर दबोचा है। दोनों की पहचान मुकेश सक्सेना व अनीस अहमद के रूप में हुई है। दोनों जनपद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है।

यह हुई थी घटना
18 मार्च को पीड़ित ने केस दर्ज कराया था कि साइबर अपराधी द्वारा वादी को डिजिटल अरेस्ट कर पुलिस का अधिकारी बनकर मानव तस्करी करने के नाम पर डराकर केस होने का भय दिखाकर 2,39,16,700 रुपए की धोखाधड़ी की थी। विवेचना में त्वरित कार्यवाही करते हुए धोखाधड़ी मे लिप्त संदिग्ध बैंक खातो को तत्काल फ्रीज कराया गया।

पूछताछ में यह बताया
आरोपी मुकेश सक्सेना ने पूछताछ में बताया कि वह जनपद मुरादाबाद में अकाउंट्स का काम करता है। आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण उसका संपर्क अनीस अहमद से हुआ जो कि करंट अकाउंट उपलब्ध कराता था। उसे कमीशन के रुप में आगे अन्य ठगों को उपलब्ध कराते है। इसी क्रम में आरोपियों द्वारा मुकेश सक्सेना के साथ मिलकर एक राय होकर योजनाबद्ध तरीके के आरोपी मुकेश के खाते मंे 18 लाख रुपये वादी के धोखाधड़ी पूर्वक ले लिया गया जिसको आरोपियों द्वारा आपस में बांट लिया गया। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के सतत प्रयास किये जा रहे हैं। पीड़िता के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में 6,72,237 रुपये फ्रीज कराए जा चुके है, रिफन्ड की कार्यवाही प्रचलित है।

12 करोड़ की कर चुके है ठगी
धोखाधड़ी की जांच में पता चला है कि आरोपी अनीस अहमद के बैंक खाते से संबंधित 12 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का होना पाया गया हैं, जिसके अंतर्गत जांच करने पर उसके खिलाफ कुल 15 शिकायत मिली है। जिसमें दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना शामिल है।

साइबर जागरूकता सुझाव
-किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा वाट्सअप कॉल और अपकमव बंसस द्वारा पुलिस की वर्दी पहन कर किये जा रहे कॉल पर यकीन करने से पूर्व उक्त मोबाइल नंबर और बताये गये नाम व पद को वेरिफाई कर लें।
-अगर आपके द्वारा कोई भी पार्सल नहीं भेजा गया है अथवा पार्सल में यदि बताया जा रहा है कि एक पार्सल मिला है जिसमें आपका आधार कार्ड या मोबाइल नंबर मिला है उक्त कॉल पर यकीन ना करें वह साइबर क्रिमिनल का कॉल हो सकता है। अगर किसी विधिक कानूनी कार्यवाही की धमकी दी जा रही हो तो घबराये नहीं तत्काल इस बात की सूचना सम्बन्धित निकटवर्ती थाने में अवश्य दें।
-अगर आपके आधार की आईडी आपके नाम से कोई बैंक खाता खोले जाने की बात कही जा रही हो तो उसे तत्काल ब्लॉक कराने के लिये सम्बन्धित नजदीकी बैंक जाकर उक्त के सम्बन्ध में जानकारी एकत्र कर उक्त बैंक खाते को बन्द कराने की कार्यवाही को अमल में लाया जाये।