द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का 78 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। फर्श तैयार कर लिया गया है और एस्केलेटर व बैगेज डिलीवरी के लिए आवश्यक उपकरण लगा दिए गए है। छत का निर्माण कार्य अभी जारी है। टर्मिनल भवन से रनवे तक टैक्सी-वे और सड़क जैसे कार्य भी 89 फीसदी पूरे हो चुके है।

लगभग 78% तक पूरी हो चुकी है सार्वजनिक परिवहन सुविधाएं
टर्मिनल भवन तैयार होने के बाद 10 एयरोब्रिज बनाए जाएंगे। नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक ईशान प्रताप सिंह ने हाल ही में एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। रिपोर्ट के अनुसार, सड़कें, पार्किंग और सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं की प्रगति 78.7 फीसदी तक पहुंच चुकी है। जबकि रनवे, टैक्सीवे, एप्रन और नेविगेशन सिस्टम का 88.9 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है।

10,056 करोड़ रुपये का बजट, 90% वित्तीय प्रगति
पहले चरण के लिए निर्धारित 10,056 करोड़ रुपये के बजट में से 9,024 करोड़ रुपये का उपयोग किया जा चुका है। इसमें 1,334 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आवंटित 4,326 करोड़ रुपये और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के 5,730 करोड़ रुपये शामिल है। हवाई अड्डे का पहला चरण अप्रैल 2025 तक पूरा होने और 17 अप्रैल से उड़ानें शुरू होने का प्रस्ताव है। वहीं, दूसरे चरण में 1,365 हेक्टेयर भूमि पर एमआरओ हब और नए रनवे का विकास किया जाएगा।

यमुना एक्सप्रेसवे से इंटरचेंज निर्माण अंतिम चरण में
यमुना एक्सप्रेसवे को एयरपोर्ट से जोड़ने वाला आठ-लेन इंटरचेंज लगभग पूरा हो चुका है। हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार और टर्मिनल भवन को जोड़ने वाले हिस्से का निर्माण अंतिम चरण में है। लगभग 31 किलोमीटर लंबी सड़क बल्लभगढ़ को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ रही है, जिससे एयरपोर्ट तक पहुंचना और अधिक सुगम होगा।

एटीसी टावर तैयार, निगरानी जारी
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। टावर के ग्लास पैनल का काम भी समाप्त हो चुका है। अब भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की निगरानी में हवाई यातायात प्रबंधन प्रणाली की जांच जारी है। दिसंबर 2024 में सफल सत्यापन उड़ान के बाद यापल ने एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया। मार्च 2025 तक लाइसेंस मिलने की उम्मीद है।

एयरसाइट और रनवे कार्य 89% पूरा
टर्मिनल बिल्डिंग से रनवे तक टैक्सीवे और अन्य एयरसाइट कार्य लगभग 89% पूरे हो चुके है। यापल के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि हवाई अड्डे का पहला चरण तय समय में पूरा होने की दिशा में है।