द न्यूज गली, नोएडा : साइबर क्राइम थाना पुलिस ने फर्जी शेयर मार्केट प्लेटफॉर्म में निवेश कर मोटा मुनाफा दिलाने के नाम पर करीब तीन करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह से जुड़े एक और अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अभियुक्त के खाते में करीब एक करोड़ रुपये का लेन-देन पाया गया है। पुलिस ने आरोपी को बदायूं जिले से गिरफ्तार किया है।
साइबर थाना नोएडा में दर्ज मुकदमा बीएनएस एवं 66डी आईटी एक्ट में यह कार्रवाई की गई। पुलिस के अनुसार 20 नवंबर को पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी कि फेसबुक के जरिए दोस्ती कर एक महिला ने उस पर विश्वास कायम किया और फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म पर इन्वेस्टमेंट कर कम समय में अधिक लाभ का झांसा देकर विभिन्न खातों में तीन करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए।
खाते को तत्काल फ्रिज कराया गया
शिकायत मिलने के बाद साइबर पुलिस ने संदिग्ध खातों को तत्काल फ्रीज कराया। विवेचना के दौरान पहले ही दो अभियुक्तों तेजपाल और रूपेंद्र को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसी क्रम में तीसरे अभियुक्त आमेन्द्र शाक्य पुत्र किशनपाल निवासी ग्राम डौरी नरोत्तमपुर, थाना सिविल लाइन, जनपद बदायूं (उम्र 20 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में खुलासा
पुलिस पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसके पड़ोसी गांव के तेजपाल ने उसे कमीशन के लालच में करंट खाता उपलब्ध कराने के लिए तैयार किया। तेजपाल के संपर्क मुंबई में कुछ लोगों से थे, जो खातों का इस्तेमाल साइबर ठगी में करते थे। आरोपी ने अपने दस्तावेज देकर जीएसटी फर्म बनवाई और बैंक ऑफ बड़ौदा में करंट खाता खुलवाया। खाते के बदले उसे कुल एक लाख रुपये दिए गए। जांच में सामने आया कि इस खाते में करीब एक करोड़ रुपये की धनराशि आई थी। एनसीआरपी पोर्टल पर इस खाते से संबंधित उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में पांच शिकायतें दर्ज पाई गई हैं।
