• महिला शक्ति उत्थान मंडल ने किया ऐसे पेड़ों को कटवाने का आग्रह
  • महिलाओं ने सौंपा ज्ञापन, एसीईओ ने दिया कार्रवाई का आश्‍वासन

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: महिला शक्ति उत्थान मंडल के तत्वाधान में अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा व अन्‍य सेक्‍टरों की महिलाओं ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ लक्ष्मी वीएस से मुलाकात की। महिलाओं ने सेक्‍टरों में दीमक लगे जंगली पेड़ जैसे पिलखन, बालम खीरा आदि को हटाकर दूसरे पेड़ लगाने की मांग की। साथ ही मांग की कि ऐसे पेड़ जो बहुत अधिक बड़े हो गए हैं उनकी कटाई एवं छंटाई कराई जाए। महिलाओं ने मांग के समर्थन में एसीईओ को ज्ञापन दिया। संगठन की महिलाओं ने बताया कि एसीईओ ने संबधित विभाग के अधिकारी का बुलाकर निर्देश दिया कि ऐसे पेड़ जिनसे मकान को नुकसान हो रहा है उन्‍हें हटाया जाए। कहा कि पार्कों के चारों तरफ बड़े-बड़े पेड़ हो गए हैं जिससे पार्को में रात में अंधेरा रहता है। असामाजिक तत्व बैठते हैं उनकी छंटाई अभिलंब कार्रवाई जाए। इस मौके पर सुशीला गड़ोदिया, विनीता ,ज्योति सिंह, निधि महेश्वरी, इंदू यादव, राजेश कश्यप, रेखा ,मंजू सिरोही, विद्या , शैलेन्द्री ,सुनीता , रूपा गुप्ता आदि महिलाएं मौजूद थीं।

पेनाल्‍टी वसूलने आ जाते हैं कर्मचारी
महिलाओं का कहना है कि शिकायत के बाद भी प्राधिकरण के ठेकेदार पेड़ों की छटाई नहीं करते हैं। कहते हैं कि वन विभाग वाले उन पर पेनल्टी लगा देंगे, जबकि जमीन तो प्राधिकरण की है। प्राधिकरण की गलती की सजा हम निवासी लोग भुगत रहे हैं। पेड़ों में चमगादड़ व दीपक बहुत हो गए हैं। कई पेड़ मकान से बहुत ऊपर तक हो गए हैं। खुद से कटिंग करवा लो तो कर्मचारी पेनल्टी वसूलने के लिए आ जाते हैं। जबकि इस तरह के पेड़ शहर में मकानों के सामने होने ही नहीं चाहिए, यह जंगली पेड़ होते हैं। महिलाओं ने बताया कि एसीईओ मैडम ने कहा है कि जब तक नया टेंडर नहीं होता तब तक पुराने ठेकेदारों से ही काम करवाते हैं और शीघ्र कार्य करवाने के आदेश दिए।