द न्यूज गली, नोएडा : थाना सैक्टर 63 पुलिस और दूरसंचार विभाग (डीओटी) दिल्ली की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सेक्टर 63 स्थित एक अवैध अंतरराष्ट्रीय टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने वाले कई उपकरण, दस्तावेज और तकनीकी गैजेट बरामद किए गए है। यह एक्सचेंज बिना वैध लाइसेंस के चलाया जा रहा था और सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुंचा रहा था।

विदेशी कॉल्स को भारत में स्विच करने का जाल
इस अवैध टेलीफोन एक्सचेंज में विदेशों से इंटरनेट के माध्यम से आने वाली कॉल्स को भारतीय टेलीफोन नंबरों पर स्विच किया जाता था। मुख्य रूप से दुबई, सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों से आने वाली कॉल्स को एक विशेष सर्वर और उपकरणों के माध्यम से भारतीय नेटवर्क पर ट्रांसफर किया जाता था। यह पूरी प्रक्रिया न केवल सरकार और दूरसंचार कंपनियों को वित्तीय हानि पहुंचा रही थी, बल्कि इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे के रूप में भी देखा जा रहा था।

संयुक्त टीम ने ऐसे दिया ऑपरेशन को अंजाम
डीओटी टीम को सूचना मिली थी कि सेक्टर 63 के जी-39 पते पर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित हो रहा है। पुलिस और डीओटी की संयुक्त टीम ने इस पते पर पहुंचकर जांच की तो इनपुट सही पाया गया। ऑपरेशन के दौरान मौके से शिवम कुमार और देवकी नंदन को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे ‘किस्वा वेंचर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी के तहत यह अवैध गतिविधियां चला रहे थे।

कैसे होता था ऑपरेशन
गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि वे विदेशी कॉल्स को अपने सर्वर के माध्यम से स्विच कर भारतीय नंबरों पर ट्रांसफर करते थे। इस प्रक्रिया में विशेष उपकरण जैसे डायलर, मॉनिटर, राउटर और सिप राउटर का इस्तेमाल किया जाता था। शिवम और देवकी नंदन ने यह भी बताया कि उन्होंने अरशद नामक व्यक्ति के साथ मिलकर इस पूरे नेटवर्क की योजना बनाई थी।

तकनीकी उपकरण और दस्तावेज बरामद
पुलिस ने मौके से 1 डायलर, 3 सीपीयू, 2 मॉनिटर, 5 राउटर, 3 कीपैड, 3 माउस, 6 चार्जर और कई अन्य तकनीकी उपकरण बरामद किए है। इसके अलावा, ऑपरेशन से संबंधित दस्तावेज और नोटपैड भी जब्त किए गए है।

आर्थिक लाभ के लालच में की गई थी साजिश
आरोपियों ने बताया कि इस अवैध एक्सचेंज के जरिए कॉल्स को सामान्य टेलीफोन नेटवर्क पर ट्रांसफर किया जाता था, जिससे यह बेहद सस्ता हो जाता था। इसके बदले उन्हें हर महीने मोटी कमाई होती थी। शिवम और देवकी नंदन ने इस सेटअप को ऑपरेट करने के लिए अरशद से तकनीकी मदद ली थी।

राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा
इस अवैध एक्सचेंज के चलते बड़ी संख्या में विदेशी कॉल्स भारत में की जा रही थी, जिन्हें ट्रेस करना संभव नहीं था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।