-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राकेश कुमार और शीतल देवी को दी बधाई
-राकेश की जीत से गलगोटिया विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडाः गलगोटियास विश्वविद्यालय के छात्र राकेश कुमार ने शीतल देवी के साथ मिलकर पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में मिश्रित कंपाउंड ओपन तीरंदाजी स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा। वह विश्वविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष के छात्र हैं। भारतीय जोड़ी ने इटली की एलेनॉरा सार्टी और माटेओ बोनाचिना के खिलाफ 156.155 के स्कोर से रोमांचक जीत हासिल की है। वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। विश्ववि़द्यालय प्रबंधन ने जीत पर राकेश कुमार को बधाई दी। यह जीत पैरालंपिक खेलों में तीरंदाजी में भारत द्वारा जीता गया दूसरा पदक है। इससे पहले टोक्यो 2020 में हरविंदर सिंह ने कांस्य पदक जीता था।
राकेश कुमार की प्रेरणादायक यात्रा
यह कांस्य पदक राकेश कुमार का पहला पैरालंपिक पदक है। जो उच्चतम स्तर पर निरंतर प्रदर्शन के वर्षों का परिणाम है। पेरा वर्ल्ड चैम्पियनशिप और एशियाई पेरा खेलों के स्वर्ण पदक विजेता राकेश ने असाधारण चुनौतियों को पार किया है। रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के बाद वह व्हीलचेयर पर आ गए थे। राकेश ने अवसाद से जूझते हुए हिम्मत नहीं हारी और निराशा के कगार से वापस आकर पैरालंपिक मंच पर पहुंचे।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के लिए गर्व का क्षण
गलगोटियास विश्वविद्यालय को राकेश कुमार की इस अद्वितीय उपलब्धि पर अत्यधिक गर्व है। पैरालंपिक खेलों में उनकी सफलता न केवल व्यक्तिगत विजय है बल्कि छात्रों की ताकत और संकल्प का भी चमकता उदाहरण है। गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डाक्टर ध्रुव गलगोटिया ने राकेश की जीत पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में राकेश कुमार की असाधारण सफलता केवल एक पदक नहीं बल्कि साहस का प्रतीक है। उनके साहस और दृढ़ता की कहानी पूरे समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हमें राकेश जैसे छात्रों का समर्थन करने का सम्मान है। जो सच्ची दृढ़ता और संकल्प की भावना का प्रतीक हैं।
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