– हैकाथॉन में 180 टीम ने लिया हिस्सा
– अंतिम दौर में 30 टीम का किया गया चयन
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) 2024 प्री-क्वालिफायर संस्करण का आयोजन गलगोटियास विश्वविद्यालय
में किया गया। दो दिन तक चली प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के छात्रों की 180 टीमों ने हिस्सा लिया। छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के द्वारा दी गई समस्याओं को हल किया। अंतिम दौर में 30 टीमों का चयन किया गया है। यह टीम राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली मुख्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।
प्रतियोगिता में छात्रों को मिलता है राष्ट्रीय मंच
गलगोटियास विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विश्वविद्यालय की तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह छात्रों को एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है। जहां वह अपनी तकनीकी और रचनात्मक क्षमता का प्रदर्शन कर सकते हैं। साथ ही, IITs, NITs जैसे शीर्ष संस्थानों की भागीदारी इसे और भी प्रतिष्ठित बनाती है। सीईओ डाक्टर ध्रुव गलगोटिया ने कहा कि यह नवाचार को प्रोत्साहित करता है और छात्रों के सपनों को साकार करने में मदद करता है। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन छात्रों को सृजनात्मक और तकनीकी कौशल विकसित करने, वास्तविक समस्याओं को हल करने, और भारत को एक आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करता है। इसके माध्यम से छात्रों को सरकारी मंत्रालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों और निजी कंपनियों द्वारा प्रस्तुत वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान करने का मौका मिलता है। यह समस्याएं कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्मार्ट सिटी, परिवहन, और रक्षा तकनीक जैसे क्षेत्रों से संबंधित होती हैं।
42 विशेषज्ञों ने किया मूल्यांकन
दो दिवसीय हैकाथॉन के आयोजन में विद्यार्थियों की कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल साइंसेज और एग्रीकल्चर जैसे विभिन्न क्षेत्रों की 180 टीमों ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों का समाधान किया। तीन चरणों की मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद अंतिम दौर में शीर्ष 30 टीमों ने अपने समाधान प्रस्तुत किए। 42 विशेषज्ञों के एक पैनल, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट के कमल रावत और एचसीएल के पवन कुमार दुबे जैसे उद्योग पेशेवर ने निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया सुनिश्चित की।
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