-प्रतियोगिता में देश भर से आई टीमों ने लिया हिस्सा
-टीमों ने मंत्रालयों की समस्याओं का खोजा हल
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: गलगोटिया विश्वविद्यालय में चल रही स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2024 का समापन हो गया। गलगोटिया कॉलेज में बनाए गए केंद्र पर देश के विभिन्न हिस्सों से आई टीम ने हिस्सा लिया। टीम के सदस्यों ने विभिन्न मंत्रालयों की समस्याओं का समाधान किया। विजेजा टीमों केा नकद पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि आज देश का युवा नवाचार के माध्यम से अनेक प्रकार की समस्याओं का समाधान करके नए कीर्तिमानों की स्थापना कर रहा है। इसलिए आज पूरी दुनिया भारत की प्रतिभाओं का सम्मान कर रही है।
40 टीम ने लिया था हिस्सा
गलगोटिया विश्वविद्यालय में पाँच दिवसीय कार्यक्रम में 9 राज्यों से लगभग 300 छात्रों की 40 टीमें ने भाग लिया। जिन्हें नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), जल शक्ति मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा निवारक बल (NDRF) के द्वारा दी गई 7 समस्याओं को नवाचार और तकनीक की सहायता से हल करने की ज़िम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने अपनी इस ज़िम्मेदारी को बहुत ही ईमानदारी और निष्ठा के साथ पूरा किया। आयोजन के जरिए भारतीय युवा स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला एवं लॉजिस्टिक्स,स्मार्ट टेक्नोलॉजी, विरासत एवं संस्कृति, शिक्षा एवं कौशल विकास, जल, कृषि एवं खाद्य, और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र की समस्या और आने वाली चुनौतियों का नवाचारी समाधान लेकर अवश्य ही सामने आएँगे।
टीम ने जीता पुरस्कार
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), जल शक्ति मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा निवारक बल (NDRF) के द्वारा दी गई 7 समस्याओं को नवाचार और तकनीक की सहायता से हल करने वाली 40 टीमों में से 12 टीमों को विजयी घोषित किया गया। जिसमें ब्लॉक चैन और साइबर सिक्योरिटी पर काम करने वाली टीम को एक लाख का पुरस्कार और डिज़ास्टर मैनेजमेंट काम करने वाली दो टीमों को पचास-पचास हज़ार का पुरस्कार, स्मार्ट ऑटोमेशन पर काम करने वाली दो टीमों को एक-एक लाख का पुरस्कार, क्लीन और ग्रीन टेक्नोलॉजी पर काम करने वाली दो टीमों को एक-एक लाख रूपये का पुरस्कार मिला। मिसलेनियस पर काम करने वाली दो टीमों को एक-एक लाख का पुरस्कार, रोबोटिक और ड्रोन्स पर काम करने वाली दो टीमों को एक-एक लाख रूपये का पुरस्कार और एक टीम को गलगोटिया विश्वविद्यालय द्वारा पच्चीस हज़ार रूपये का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ डाक्टर ध्रुव गलगोटिया ने युवाओं से अपील की कि कड़ी मेहनत करके पूरे विश्व के कल्याण के लिए नए अविष्कारों की संरचना करें।