• छात्रों की सुवधिा के लिए यूनिवर्सिटी में तैयार कराई गई 200 क्‍लास
  • एक क्‍लास तैयार करने पर आया 30 लाख से अधिक का खर्च

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: छात्रों को विश्‍व की नई तकनीक से शिक्षित करने व छात्रों का शैक्षिक स्‍तर बढ़ाने के लिए गलगोटिया यूनिवर्सिटी लगातार कार्य कर रही है। छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में हर सुविधा मिले इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रबंधन मंथन करता रहता है। इसी के तहत युनिवर्सिटी में सिंगापुर की तर्ज पर आधुनिक क्‍लास रूम का संचालन शुरू कराया गया है। यह क्‍लास रूम छात्रों को खूब पसंद आ रहे हैं। नई सोच के साथ आगे बढ़ते हुए युनिवर्सिटी ने कुछ ही वर्षों में देश के नामी शिक्षण संस्‍थानों में अपना नाम दर्ज करा लिया है। जिसका परिणाम छात्रों में प्रवेश की लगातार बढ़ती मांग के रूप में देखने को मिल रहा है।

200 क्‍लास रूम हुए तैयार
गलगोटिया यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने सिंगापुर की एनटीयू यूनिवर्सिर्टी का दौरा किया था। जहां पर आधुनिक क्‍लास रूम में स्‍टूडेंट पढ़ाई कर रहे थे। क्‍लास रूप में बैठा हर छात्र पूरी तरह से पढ़ाई करने में ही तल्‍लीन था। क्‍लास में पढ़ाने वाले प्रोफेसर एक-एक छात्र को आसानी से देख सकते थे। किसी भी दिशा में बैठे छात्र भी बोर्ड को देख सकते थे। जिसे देखकर गलगोटिया यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने अपने यहां पर आधुनिक क्‍लास बनवाने का निर्णय लिया था।

क्‍लास में यह है सुविधा
आधुनिक रूप से तैयार कराई गई क्‍लास बाहर से देखने में किसी वीआईपी मीटिंग रूम की तरह दिखती है। हर क्‍लास में वाइ-फाई लगा है। एक क्‍लास में 60 स्‍टूडेंट के बैठने की सुविधा है। एक टेबल के चारों तरफ 6 स्‍टूडेंट बैठते हैं। क्‍लास में लगाई गई टेबल व कुर्सियां सुविधाजनक हैं। एक क्‍लास में 10 टेबल लगाई गई हैं। पूरे क्‍लास में 6 इनट्रैक्टिव पैनल लगाए गए हैं। किसी भी टेबल व किसी भी दिशा में बैठे स्‍टूडेंट की नजर इनट्रैक्टिव पैनल पर होती है। प्रोफेसर एक स्‍थान पर खड़े न होकर पूरे क्‍लास में घूम कर पढ़ाई कराते हैं। प्रश्‍न पूछने के लिए छात्रों को माइक की सुविधा दी जाती है। हर क्‍लास में प्रोफेसर के साथ ही एक टेक्निकल असिसटेंट भी रहता है।

इनट्रैक्टिव पैनल की खासियत
क्‍लास में लगाए गए किसी भी इनट्रैक्टिव पैनल पर प्रोफेसर के द्वारा लिखी जाने वाली चीज दूसरे इनट्रैक्टिव पैनल पर भी लिख जाती है। स्‍टूटेंड अपने मोबाइल या लैपटॉप को वाइ-फाई के माध्‍मय से इनट्रैक्टिव पैनल से अटैच कर सकते हैं। पूछे जाने वाले प्रश्‍न का उत्‍तर जब स्‍टूटेंड अपने मोबाइल व लैपटॉप पर लिख कर देता है तो क्‍लास में बैठे दूसरे स्‍टूटेंड भी उसे इनट्रैक्टिव पैनल पर देख सकते हैं। आधुनिक क्‍लास रूम में लगाए गए 1 इनट्रैक्टिव पैनल की कीमत लगभग साढ़े चार लाख रुपए है।

कोई स्‍टूडेंट नहीं होता बैक बेंचर
साधारण क्‍लास में स्‍टूडेंट बैक बेंचर होते हैं। इस कारण उन्‍हें तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सिंगापुर की तर्ज पर बनी आधुनिक क्‍लास में एक भी स्‍टूडेंट बैक बेंचर नहीं होता। बेंच पर बैठे सभी स्‍टूटेंड का दूसरे स्‍टूडेंट से फेस टू फेस सामना होता है। प्रश्‍नों का उत्‍तर देने के लिए सभी छात्र आपस में एक दूसरे से डिस्‍कर सकते हैं। अटेंडेंस के लिए हर क्‍लास में फेस रीडर लगा है। स्‍टूडेंट जैसे ही उसके सामने खड़े होते हैं उनकी अटेनडेंस लग जाती है।

छात्रों की सुविधा पहली प्राथमिकता
गलगोटिया यूनिवर्सिटी के सीईओ डाक्‍टर ध्रुव गलगोटिया का कहना है कि हमारा प्रयास कैंपस में छात्रों को शिक्षा की आधुनिक सुविधाएं देने का होता है। ताकी छात्र क्‍लास में पढ़ाई जाने वाली चीजों को आसानी से समझ सकें, छात्रों का शैक्षिक स्‍तर अच्‍छा हो। आधुनिक क्‍लास में पढ़ने के लिए छात्रों की अच्‍छी रुचि देखने को मिल रही है।